राष्ट्रीय प्रेस विज्ञप्ति - भारत में तुरंत वितरण के लिए [English version]

15 नवम्बर 2016

श्री संजय सोनवणी, अध्यक्ष स्वर्ण भारत पार्टी,(भारत की एकमात्र लिबरल पार्टी), ने कहा कि शासन प्रणाली के प्रणालीगत सुधार में विमुद्रीकरण काले धन और नकली नोटों पर प्रहार करनें में केवल हलकी सहायक भूमिका अदा कर सकता है । विमुद्रीकरण को प्रणाली में व्यापक सुधारों के बिना स्थापित करना सबसे बेहतर बैंड ऐड लगाने के समान है और सबसे ख़राब केवल एक संकेत मात्र कि मोदी सरकार को काले धन इजात करनें के कारणों की कोई समझ नहीं है ।   

 जबतक व्यापार करनें के प्रोत्साहन मौजूद हैं, तंत्र की सीमाओं का इस्तेमाल मूल्य को बदलनें में आसानी से किया जा सकता है। काला धन एक व्यापार है (भ्रष्टाचार को जोड़कर) जिसे सरकार को उजागर नहीं किया जाता । यदि नगदी का इस्तेमाल मुश्किल किया जाता है, इसका मतलब दुसरे आयामों का इस्तेमाल किया जायेगा।  धन को एक रूप से दुसरे रूप में प्रतिस्थापित किया जा सकता है। जिसमें संपत्ति की विस्तृत श्रृंखला व्यापक रूप में फर्नीचर, लैपटॉप, कार, रियल एस्टेट, शैल कंपनी, बिटकॉइन , विदेशी मुद्रा और अन्य संपत्ति है जोकि अघोषित व्यापार को पूर्ण करनें में इस्तेमाल की  जा सकती हैं ।  

 यदि अर्थव्यवस्था 100 प्रतिशत नगदी रहित हो जाये तब भी काले धनऔर भ्रष्टाचार पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा जब तक काले धन को समाप्त करनें के आतंरिक कारणों का खात्मा नहीं किया जाता। काले धन को समाप्त करनें के लिए विस्तृत अघोषित व्यापार के प्रोत्साहन को समाप्त करना होगा। जिसके लिए शासन प्रणाली को समझने की गहरी समझ होनी चाहिए। 

इसके अतिरिक्त वास्तव में,  जिस तरीके से विमुद्रीकरण को कार्यान्वित किया गया है उससे देश के लोगों पर बहुत ज्यादा भार डाल दिया गया है। देश की जनता जो सिर्फ लंबी कतारों में खड़ी होकर केवल थोड़े से नोटों की अदला बदली के लिए इन्तज़ार कर रही है, वह देश के लिए समय को उपयोग नहीं कर पा रही है। इसके अलावा लाखों लोगों की व्यक्तिगतबनाई हुई योजनाएं अस्त व्यस्त हो गयी हैं जिससे अतिरिक्त लागत बढ़ गयी है।     

 सुप्रचालनिक रूप से इस स्कीम का डिज़ाइन ही डरावना है। बैंकों में नगदी बार बार समाप्त हो रही है। कुछ शहरों में मुश्किल से 20 प्रतिशत ए टी एम कार्य कर पा रहे हैं । बहुत से ए टी एमों को केवल रु 100 के नोट निकालनें के लिए दोबारा कॉन्फ़िगर नहीं किया गया। कुछ लोगों को बैंकों से केवल रु 2000 के नोट ही मिल पा रहे हैं जोकि खुले पैसों के आभाव में व्यर्थ हैं। जबकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गरीब लोग किस हद तक अपनी जीवन पूंजी का हिस्सा खो रहे हैं क्योंकि वित्तीय संस्थाओं तक इन गरीबों की पहुँच नहीं है इसलिए अपनी जीवन पूंजी को रियायती दामों में बदलनें के लिए मज़बूर हैं। यह स्कीम बिना गहराई से सोचे समझे कार्यान्वित कर दी गयी है । स्वर्ण भारत पार्टी का मानना है कि ट्रक उद्योग भी बुरी तरह पीड़ित होगा जिससे आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करनें का खतरा बन सकता है। 

शायद नकली नगदी के चलन को कम करनें का उद्देश्य हासिल हो सकता है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है की अचानक विमुद्रीकरण करना सबसे कारगर तरीका था। श्री सोनवणी ने कहा कि इस नीति की सबसे बड़ी समस्या यह है कि लोगों को  विश्वास दिलाया जा रहा है की विमुद्रीकरण से काला धन समाप्त हो जायेगा और भ्रस्टाचार समाप्त हो जायेगा । लेकिन इस नीति से ऐसा कुछ भी नहीं हो सकता। काला धन और भ्रस्टाचार हमारे बने हुए सिस्टम के लक्षण हैं । जब तक हम अपने सिस्टम की मरम्मत नहीं करेंगे तब तक कुछ बदलने वाला नहीं है, काला धन प्रतिशोध के साथ लौटेगा। तक हमारे राजनीतिज्ञ आवश्यक रूप से चुनावी सिस्टम के कारण भ्रष्ट हैं  और नौकरशाह आवश्यक रूप से जवाबदेह नहीं हैं - जैसा की स्वर्ण भारत पार्टी के मैनिफेस्टो में विस्तार से दिया है - तब तक काला धन जड़ से उखाड़ा नहीं जा सकता है ।   

श्री सोनवणी ने आश्चर्य जताया कि इस कार्यवाई की नीयत देश की जनता का ध्यान पुराने गंभीर असफल मुद्दों से ध्यान भटकाना तो नहीं जिनमें मोदीजी के विदेशों से काले धन को लाने, कश्मीर समस्या का बदतर होना, स्वच्छ भारत और निर्मल गंगा सहभागिता जैसी स्कीमों का ढाई साल के शासन के बाद भी कोई परिणाम नहीं आना है ।  

श्री सोनवणी ने यह उम्मीद जताई कि शायद श्री मोदी वास्तविक सुधारों को जल्द लागू करेंगें, नाटकीय ढंग को रूप दिए बगैर ।  तब स्वर्ण भारत पार्टी सबसे पहले उन्हें धन्यवाद करेगी। सरकार को  तुरंत स्वर्ण भारत पार्टी के मैनिफेस्टो का अध्ययन करके चुनावी और नौकरशाही सिस्टम के सुधारों को कार्यान्वित करना चाहिए। 

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संपादकों के लिए नोट - 

 स्वर्ण भारत पार्टी ही भारत की एकमात्र लिबरल पार्टी है जोकि नागरिकों की आज़ादी और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है । 

संपर्क सूत्र :

संजय सोनवणी (पुणे), राष्ट्रीय अध्यक्ष - +91 9860991205

आलोक कुमार(गाज़ियाबाद), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश अध्यक्ष - +91 9999755334 

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